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द गर्ल इन रूम 105

इसके अलावा और कुछ?" मैंने कहा। प्रोफ़ेसर कुछ समय बाद बोले, 'पम्मी ने फ्यूनरल के बाद कुछ कहा था।' "क्या?"


"यही कि उसके पैरेंट्स उतने सैंड नहीं दिखाई दे रहे थे, जितना कि उन्हें होना चाहिए था। सौतेली मां ही नहीं, उसके पिता भी। हालांकि यह हो सकता है। लोग ऐसे मौकों पर शॉक में होते हैं।' 'शुक्रिया, सर, मैंने कहा। 'यह हेल्पफुल था।'

प्रोफ़ेसर ने कार चालू कर दी। 'कमाल की बात है कि वो तुम्हारे साथ नहीं थी, फिर भी तुम उसके हत्यारों को पकड़ने की कोशिश कर रहे

मैं मुस्करा दिया। "अब मैं देख सकता हूं कि उसने क्यों तुम्हारे लिए अपनी स्कॉलरशिप छोड़ दी, उन्होंने कहा। फिर कार के

इंजन की घरघराहट के बीच वे बोले, 'आह, यंग लव।'

'मुझे नहीं मालूम, वो क्या कहना चाह रहा था, मैंने कोल्ड सोडा सिप करते हुए कहा 'लेकिन उसने इतना कहा कि उसे जारा की फैमिली ठीक नहीं लगती।'

ही राणा और मैं हौज़ खास विलेज में 'रास्ता' नामक एक बार के टैरेस पर थे। सक्सेना वाली गड़बड़ के बाद इस बार में अपने पैसों से राणा को ड्रिंक्स पिला रहा था। हालांकि इंस्पेक्टर को वैसे भी यहां पर पैसा चुकाने की ज़रूरत नहीं थी। उन्होंने लार्ज रम बॉटल और कोक ऑर्डर की। मैं सोड़े से ही खुश हो गया। 'फैमिली ठीक नहीं लगती जैसे कि? कजिन्स के द्वारा अंकल टाइप्स से शादी?" राणा ने कहा

'अरे नहीं। सक्सेना को ऐसा लगा कि उसकी फैमिली के आतंकवादियों से कनेक्शंस हो सकते हैं।"" "ये ब्लडी कश्मीरी । ये कुछ भी कर सकते हैं।'

'जारा टेररिस्ट नहीं थी। वो तो मुझको अमन-चैन कायम रखने वाली रैलियों में लेकर जाती थी।' *ये सब ऊपर-ऊपर की बातें हैं। अंदर में, बही खून-खराबे की चाहत रहती है, ' राणा ने कहा। उन्होंने बाएं तरफ एक टेबल की ओर मुड़कर देखा, जहां अभी तीन लड़कियां आई थीं। उनमें से एक ने शॉर्ट रेड ड्रेस पहन रखी

थी।

"उसको ठंड नहीं लग रही है क्या?' राणा ने ऐसी टोन में कहा, जो केवल दिल्ली वालों के पास मिलती है। मैं उन्हें फिर से अपने मूल विषय पर लाने लगा।

'जारा के पिता का सक्सेसफुल बिजनेस था। वे वहा के हालात की वजह से ही कश्मीर छोड़कर आए थे।" लेकिन इंस्पेक्टर ने मेरी बात सुनी ही नहीं। उनका दिमाग उस लड़की में ही अटका था।

'इन लड़कियों को ऐसे कपड़े पहनकर बाहर आते डर नहीं लगता? और ऐसे में कोई उनके पिछवाड़े पर

चिकोटी काट जाए तो ये पुलिस को दोष देती हैं.' उन्होंने कहा। उनकी आंखें अभी भी लड़की की रेड ड्रेस पर ही जमी थीं। मैं तब तक चुप रहा, जब तक कि इंस्पेक्टर ने नज़र भरकर उस लड़की को देख नहीं लिया। आखिरकार वे

मेरी तरफ मुड़े और खीरों निपोर दीं। "हां, तो तुम क्या कह रहे थे?"

'मुझे नहीं लगता कि जारा के पिता किसी आतंकी संगठन से जुड़े हुए हैं।।

"तुम ऐसा कैसे कह सकते हो? हो सकता है, उन्हें उनसे सिम्पैथी हो । ये उन्हें पैसों की मदद करते हों।'

'उनकी पिछली बीवी फरजाना की फैमिली में फंडामेंटलिस्ट क्रिस्म के लोग थे। लेकिन वे उन सभी से नफरत करते थे। इसीलिए उन्होंने उसे डिवोर्स दिया।'

'हम्म...' राणा ने कहा 'एनीवे, अगर ये टेररिज्म से जुड़ा मामला है, तब तो यह हमारे हाथ से बाहर है। इसके लिए एंटी टेररिज्म स्वाड को इनवॉल्व होना पड़ेगा। तब इसको मेरे जैसा चूतिया नहीं, कोई सीनियर

अफ़सर हैंडल करेगा।"

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